भारत के जेल और सजा को लेकर कई भ्रांतियां हैं

जब कोई अपराध करता है तो अपराधी को जेल की सजा होती है

जेल के अपने खास नियम होते हैं

जेल में कैदियों के अधिकारों का भी ध्यान रखा जाता है

जेल को लेकर कई तरह के तथ्य प्रचलित हैं

जैसे जेल में 12 घंटे को 1 दिन और अगले 12 घंटे को दूसरा दिन माना जाता है

भारतीय संविधान के अनुसार यह बात कहीं पर भी नहीं है

कहीं पर भी जेल के दिन-रात को अलग गिनने का प्रावधान नहीं है

जेल में 1 दिन को 24 घंटे में ही गिना जाता है

ये बात जो प्रचलित है, बिल्कुल गलत है