बचपन में श्रीकृष्ण बहुत शरारती थे.



कृष्ण के बचपन की कई लीलाएं हैं,



इन्हीं में एक है मटकी तोड़कर माखन चुराना.



बचपन में श्रीकृष्ण पड़ोस के घरों की मटकी फोड़कर माखन चुराते थे.



इसलिए उन्हे माखनचोर भी बोला जाता है.



भगवान श्रीकृष्ण की इसी बाल लील को सामने रखने या



दर्शाने के लिए हर साल जन्माष्टमी के बाद



दही हंडी का उत्सव मनाया जाता है.



जन्माष्टमी में दही हांडी का उत्सव हर घर में मनाया जाता है. मान्यता है कि,



जिस घर में माखन चोरी के लिए मटकी फोड़ी जाती है वह घर खुशियों से भर जाता है.