झारखंड, जो आदिवासी बहुल राज्य है उसमें करम पर्व का एक विशेष महत्व है

आइए जानते हैं क्या है करम पर्व का महत्व

इस पर्व को करमा के नाम से भी जाना जाता है

आदिवासी लोग इस त्योहार पर करम के पेड़ की पूजा करते हैं

साथ ही प्रकृति से खरीफ के मौसम में अच्छी फसल होने की कामना करते हैं

आदिवासी लोग इस अवसर पर अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं और उन्हें फूल-पत्तियों से सजाते हैं

शाम को सभी लड़कियां और महिलाएं अपने भाइयों की खुशहाली के लिए प्रार्थना करती हैं

ये पर्व 14 सितंबर को झारखंड में पारंपरिक श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया गया था

बता दें, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर अपनी शुभकामनाएं दीं

वहीं, हेमंत सोरेन रांची महिला महाविद्यालय के साइंस ब्लॉक स्थित आदिवासी छात्रावास है परिसर में आयोजित करम पूजा महोत्सव में शामिल हुए

इसके अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रायपुर में करमा उत्सव में शामिल हुए.