सतपुतिया को जितिया के अगले दिन महिलाएं खाकर अपना व्रत तोड़ती हैं यह बिहार और झारखंड मे काफी पाया जाता है सतपुतिया तोरई की ही एक और प्रजाति है जितिया का पर्व महिलाएं अपने बच्चों की सलामती के लिए करती हैं ये व्रत 18 सितंबर को झारखंड, बिहार और कई राज्यों में किया जाएगा व्रत के अगले दिन कई तरह के पकवान बनते हैं, जिसमें सतपुतिया भी है सतपुतिया सात पूतो वाली सब्जी कहलाती है जिसमें सात फल लगते हैं एक समय में हैजा और चेचक जैसी बीमारी की वजह से बच्चों की संख्या घट गई इसलिए सतपुतिया खाया जाने लगा ताकि फल की तरह सात पूसतो तक वंश चले