ऐ गुड नाईट के मच्छर... मेरे दिमाग पर सवालों का मंजीरा मत बजा
कभी अक्खा, कभी आधा, कभी पौवा भी पीते हैं ... अगर फोकट की मिल जाए, तो मटका भी पीते हैं
शाकाहारी के पेट में मच्छी...आई शपत काई तरी है गोची
ये आदमी है की मटन की दुकान
हर धोती पहनने वाला गांधी नहीं होता
ये आप पर इतने फूल बरसाएंगी, इतने फूल बरसाएंगी... की आप ब्लडी फूल हो जाएंगे
कीप इट अप...नहीं तो एक घप, सीधा अप