साल में पड़ने वाली सभी अमावस्या में ज्येष्ठ महीने की अमावस्या बहुत खास होती है.

ज्येष्ठ अमावस्या को ही शनि जयंती होगी और इसी दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए वट सावित्री का व्रत रखेंगी.

इस साल ज्येष्ठ अमावस्या शुक्रवार 19 मई 2023 को पड़ेगी.

ज्येष्ठ अमावस्या पर स्नान, दान, पूजा और व्रत का विशेष महत्व होता है.

इस दिन लोग शनि देव, विष्णु भगवान, भगवान शिव और पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए पूजा करते हैं.

ज्येष्ठ अमावस्या पर स्नान के लिए सुबह 04:49 से सुबह 05:15 का समय शुभ रहेगा.

इस दिन वट सावित्री की पूजा के लिए सुबह 05:43 से 08:58 तक का मुहूर्त रहेगा.

शनि जयंती के लिए शाम 06:42 से रात 07:03 तक का समय रहेगा.

ज्येष्ठ अमावस्या पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान करें और दान-दक्षिणा दें.

पति की लंबी आयु के लिए ज्येष्ठ अमावस्या पर सुहागिन महिलाएं बरगद पेड़ के पास वट सावित्री की पूजा करती है.