हिंदू धर्मग्रंथों में कुछ खास ऋषियों का उल्लेख हैं काकभुशुण्डि उनमें से एक ऋषि हैं वह रामचरितमानस के पात्रों में से एक हैं लोमश ऋषि ने क्रोधित होकर उन्हें कौआ बन जाने का श्राप दिया था कहा जाता है वह हर त्रेता युग में अयोध्या जाते हैं उन्हें चुनिंदा चिरंजीवियों में गिना जाता है वह हिंदू धर्म में एक अमर प्राणी हैं वह वास्तविक समय यात्री हैं इन्होंने रामायण और महाभारत के अलग-अलग परिणामों को देखा हैं काकभुशुण्डि ने रामायण को 11 बार और महाभारत को 16 बार देखा है