कुंडली में कालसर्प योग का होना तो ईश्वरीय विषय है.



किसी भी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग तब बनता है,



जब उसकी कुंडली के सभी ग्रह राहु और केतु के बीच में हो.



कुंडली में जब भी नाग की नाराजगी हो तो शिवजी की पूजा करनी चाहिए.



भोलेनाथ की उपासना करने से नागराज भी प्रसन्न होते हैं.



काल सर्प दोष के निवारण के लिए सावन का महीना सबसे उपयुक्त समय माना गया है.



इस महीने में महा मृत्युंजय या ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए.



पूरे सावन भर भोलेनाथ का अभिषेक करने से भी वह प्रसन्न होते हैं.