कंचनजंगा चार शब्दों से मिलकर बना है इसमें कांस यानी बर्फ, चेन यानी बड़ा, इजो यानी खजाना, अंगा यानी पांच होता है ये तिब्बतियन शब्द है इसका मतलब होता है बर्फ में दबे पांच खजाने कंचनजंगा पर्वत दुनिया का तीसरी सबसे ऊंची चोटी कहा जाता है माउंट सिनिओल्चू को दुनिया का सबसे खूबसूरत पहाड़ों में से एक है माउंट पंडिम से सिक्किम की खूबसूरत वादियों को देखा जा सकता है कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान को साल 2016 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया था कंचनजंगा फाल्स से गिरती हुई पानी की धाराओं का मजा लिया जा सकता है माउंट पौहुनरी एक बर्फीली चोटियों वाली एक खूबसूरत पहाड़ है ताशी व्यू प्वाइंट गंगटोक से लगभग 8 किलोमीटर दूर है कंचनजंगा