सावन का महीना भगवान शिव के उपासकों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है भगवान शिव को खुश करने के लिए लाखों श्रद्धालु कांवड़ यात्रा करते हैं इस यात्रा के समय कुछ नियमों का ध्यान रखना होता है यात्रा के दौरान कांवड़ियों को एक साधु की तरह रहना होता है भक्त पूरी यात्रा का सफर पैदल, नंगे पांव करते हैं यात्रा के दौरान किसी भी तरह के नशे या मांस की मनाही होती है यात्रा के समय किसी को अपशब्द भी नहीं बोला जाता बिना नहाए कोई भी भक्त कांवड़ को छूता नहीं है यात्रा के दौरान कंघा, तेल, साबुन आदि का इस्तेमाल नहीं किया जाता है