सावन की शुरुआत के साथ कांवड़ यात्रा भी आरंभ हो जाती है मगर संसार में सबसे पहला सबसे पहला कांवड़िया कौन था? इसको लेकर कई कथाएं और मान्यताएं प्रचलित हैं धार्मिक मान्यता के अनुसार, सबसे पहला कांवड़िया परशुराम जी थे कथा के मुताबिक एक बार राजा सहस्त्रबाहु ने परशुराम जी के पिता ऋषि जमदग्नि के आश्रम पहुंचे सहस्त्रबाहु को वहां हर मनोकामना पूरी परने वाली कामधेनु गाय दिखी कामधेनु को पाने के लालच में राजा ने ऋषि जमदग्नि की हत्या कर दी इसके बाद भगवान परशुराम ने सहस्त्रबाहु को मौत के घाट उतार दिया हत्या के पाप से मुक्ति पाने परशुराम जी ने गंगाजल से शिव का अभिषेक किया वह मीलों पैदल यात्रा कर के कांवड़ में गंगाजल लाएं और महादेव का जलाभिषेक किया