रामचंद्र की जय का उद्घोष करने वाले कैप्टन हनीफुद्दीन की कहानी



कैप्टन हनीफुद्दीन का जन्म 23 अगस्त 1974 को दिल्ली में हुआ था



कारगिल वॉर के दौरान कैप्टन हनीफ महज 25 साल के थे



रामचंद्र की जय उद्घोष के साथ कारगिल युद्ध में आगे बढ़े थे कैप्टन हनीफ



जब हनीफ आठ साल के थे तब ही उनके सिर से पिता का साया उठ गया था



25 साल की उम्र में भी हनीफ बहुत बहादुर थे



हनीफ के जज्बे के कारण ही उन्हें मिस्टर शिवाजी का खिताब हासिल हुआ था



उनकी मां हेमा अजीज ने तीनों बेटों की अकेले ही परवरिश की



इनकी मां एक शास्त्रीय गायिका हैं



इस मां ने अपने बेटे की आखिरी झलक देखने के लिए 43 दिनों का किया था इंतजार