साल में सिर्फ एक हफ्ते खुलता है ये मंदिर



यह मंदिर न तो सोने का बना है और न ही इसमें चांदी जड़ी है



यह मंदिर दिवाली के समय एक हफ्ते के लिए खुलता है



मंदिर को बंद करने से पहले एक दिया जलाया जाता है



इसके साथ ही फूल और प्रसाद भी रखा जाता है



मान्यताओं के मुताबिक, जब पुजारी दरवाजा खोलते है तो दिया जला हुआ मिलता है



इतना ही नहीं प्रसाद और फूल भी तरोताजा ही मिलते हैं



मान्यता के अनुसार मंदिर में एक पत्थर है जो एक एक इंच कर मूर्ति की ओर बढ़ रहा है



मान्यता ये भी है कि जब पत्थर मूर्ति तक पहुंच जाएगा तब कलयुग का अंत हो जाएगा



इस मंदिर का नाम हसनंबा मंदिर है जो कर्नाटक में स्थित है