ज्योतिष शास्त्र केतु ग्रह को छाया या पापी ग्रह के रूप में जाना जाता है.



जिनकी कुंडली में केतु का अशुभ प्रभाव रहता है, उनका जीवन कष्टदायी हो जाता है.



इसलिए लोग केतु का नाम सुनते ही डर जाते हैं.



केतु दोष से ही कालसर्प दोष का निर्माण होता है.



कुंडली में अगर केतु ग्रह का अशुभ प्रभाव हो तो इससे शारीरिक समस्याएं परेशान करती हैं.



जीवन और शरीर में इस तरह के संकेत दिखे तो समझ जाएं कि, केतु का बुरा प्रभाव पड़ रहा है.



केतु के प्रभाव से व्यक्ति सड़क पर या जेल में होता है.



जिनपर केतु दोष लग जाता है ऐसे लोग घर पर नहीं होते है. उसकी रात की नींद हराम रहती है.



केतु के खराब होने से व्यक्ति पेशाब की बीमारी, जोड़ों का दर्द, सन्तान उत्पति में रुकावट और गृहकलह से ग्रस्त रहते है.