सीमा विस्तार के लिए बाबर की लड़ाई राजपूत वीर राणा सांगा से हुई इस वर्चस्व की इस लड़ाई में भीषण मारकाट हुई थी शुरुआती लड़ाई में मिली हार से मुगल सैनिकों का मनोबल गिर गया था इसे देखकर बाबर ने जिहाद का ऐलान किया बाबर ने मुसलमानों पर लगा टैक्स भी हटा लिया साथ ही उसने अपनी सेना को कई तरह के लालच दिए इससे उसकी सेना में फिर से मनोबल का संचार हुआ 1527 में राणा सांगा और बाबर के बीच खानवा का युद्ध हुआ राणा संगा वीरता से लड़े पर युद्ध हार गए इस युद्ध के बाद से ही बाबर ने खुद को ग़ाज़ी घोषित कर दिया ग़ाज़ी का मतलब होता है धर्म योद्धा