किसिंग डिजीज को मेडिकल भाषा में इंफेक्शियस मोनोन्युक्लीयोसिस कहा जाता है. 90 फीसदी मामलों में देखा गया है कि यह बीमारी एपस्टीन बार वायरस (ईबीवी) से फैलती है. यह मनुष्य के लार में पाया जाता है. यह वायरस आमतौर पर युवाओं को प्रभावित करता है. किस करते समय लार से यह वायरस एक से दूसरे व्यक्ति में चला जाता है और फिर पूरे शरीर में फैल जाता है. यह वायरस ब्लड ट्रांसमिशन, झूठा खाना, खांसने और छींकने से भी फैलता है. बीमारी होने पर 1 हफ्ते तक थकान, शरीर में दर्द और गले में दर्द के साथ बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. दूसरों के साथ खाना और ड्रिंक शेयर न करें ओरल और अन्य हाइजीन का ख्याल रखें आमतौर पर 1 महीने में इस बीमारी के सभी लक्षण चले जाते हैं.