ये खूबसूरत लेडी हैं- एमिन झापरोवा (Emine Dzhaparova), यूक्रेन की पहली उप-विदेश मंत्री. हाल ही ये 4 दिवसीय भारत यात्रा पर आईं तो जोरदार स्‍वागत हुआ. आइए जानते हैं PM मोदी से इन्‍होंने क्या कुछ मांगा..



यूक्रेन की डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर एमिन झापरोवा 9 से 12 अप्रैल तक भारत में रहीं. ये उनका पहला भारत दौरा था. इस दौरे में उनके भारत से मदद पाने और रूस की निंदा करने जैसे कई उद्देश्‍य थे.



झापरोवा ने भारत को विश्व-गुरु बताते हुए कहा कि हम भारत को विश्व-गुरु के तौर पर देखते हैं. उन्‍होंने कहा, 'कुछ देश होते हैं जो दोस्ती और शांति के बदले जंग में भरोसा करते हैं, लेकिन भारत विश्व-गुरु के तौर पर अहम रोल अदा कर सकता है.'



यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की ओर से भारत भेजी गई एमिन झापरोवा ने दिल्‍ली में भारत की विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को एक पत्र सौंपा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी गई.



झापरोवा ने कहा- हम भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं. वहीं, उनके पत्र में युद्धग्रस्‍त यूक्रेन के लिए आवश्‍यक दवाओं और मेडिकल इक्विपमेंट्स समेत अतिरिक्त मानवीय सहायता देने की बात लिखी थी.



यूक्रेन की डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर एमिन झापरोवा ने भारत में कई कार्यक्रमों में हिस्‍सा लिया और यहां उन्‍हें एक 'भरोसा' भी मिला, कि भारत पीडि़तों की हमेशा मदद करता है. इसलिए, उन्‍होंने भारत की खूब तारीफ की.



झापरोवा ने भारतीय PM मोदी को यूक्रेन की यात्रा करने का अनुरोध किया. उन्‍होंने कहा- यूक्रेन, जंग को लेकर PM मोदी समेत वर्ल्ड लीडर्स के रिएक्शन देख रहा है. यदि वे यूक्रेन आते हैं तो वहां उनका स्वागत करूंगी.



यूक्रेन की डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर एमिन झापरोवा ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल को भी यूक्रेन आने का न्योता दिया है.



यूक्रेन की मिनिस्टर ने भारत सरकार को पाक-चीन के खतरे को लेकर भी चेताया.



उन्होंने कहा, भारत के पाकिस्तान-चीन से रिश्ते ठीक नहीं रहे हैं. हमारे साथ क्रीमिया में जो हुआ, उससे भारत को सबक लेना चाहिए. सचेत रहना चाहिए.