ISRO ने एक बार फिर से अंतरिक्ष में अपनी छाप छोड़ दी है

भारत का झंडा अब चांद तक लहराएगा

ऐसे में बात करते हैं इस मिशन में हुए खर्चे की

लागत की बात करें तो इस पर करीब 615 करोड़ रुपये का खर्च आया है

लॉन्च व्हीकल यानी रॉकेट पर 365 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं

लैंडर और रोवर पर 250 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं

अगर चंद्रयान-3 की तुलना नासा से करें तो

नासा भी चांद का अभियान 2025 में करने वाला है

उसकी कुल लागत करीब 93 बिलियन डॉलर बैठती है

नासा के मिशन का खर्च करीब 7,69,226 करोड़ रुपये है

जो चंद्रयान-3 की लागत की तुलना में 1,250 गुना है.