बिहार के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक है पटना का सेंट माइकल स्कूल

लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस स्कूल की शुरुआत एक अनाथालय के रूप में हुई थी

इस स्कूल ने देश को कई खिलाड़ी और समाजसेवी दिए हैं

इस स्कूल की स्थापना साल 1858 में विशप हार्टमैन ने एक अनाथालय के रूप में की थी

इसके बाद यहां आवासीय स्कूल की स्थापना की गई जहां अनाथ बच्चों की शिक्षा दी जाने लगी

प्रारंभ में छोटे से खपड़ैल कमरे में प्रारंभ इस शिक्षण संस्थान की जिम्मेवारी शुरू में आइरिस क्रिश्चिन ब्रदर्स को सौंपा गया था

इसके बाद कलांतर में इस स्कूल का विकास होता चला गया

प्रारंभ में इस स्कूल में कैंब्रिज पाठ्यक्रम की पढ़ाई होती थी

लेकिन आज यहां सीबीएसई पाठ्यक्रम से पढ़ाई की जा रही है

वर्ष 1968 में इस स्कूल की देखरेख का जिम्मा 'स्कूल मॉस्टर्स ऑफ यूरोप' कहे जाने वाले येशु समाज को मिल गया