आश्विन माह के शुक्लपक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहा जाता है.



इसे और भी नामों से जाना जाता है जैसे कोजागरी पूर्णिमा.



कोजागरी पूर्णिमा 28 अक्टूबर को मनाई जाएगी.



ऐसा माना जाता है इस रात को चंद्रमा से अमृत बरसता है.



इस दिन विशेष रुप से इंद्र, चंद्रमा, श्रीहरि और महालक्ष्मी जी की पूजा का भी विधान है. 



ऐसा माना जाता है इस दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था.



यह पर्व विशेष तौर पर मिथिलांचल, बंगाल या उड़ीसा में मनाया जाता है.



इस दिन रात्रि के समय मां लक्ष्मी का पूजन किया जाता है.



आश्विस मास की पूर्णिमा में पूजन करने से लक्ष्मी मां की कृपा सदा घर में बनी रहती है और घर के सदस्यों को धन-दौलत के भंडार का आशीर्वाद मिलता है.