पंचांग के अनुसार 21 अक्टूबर को शुक्रवार का दिन है. लक्ष्मी जी की पूजा के लिए

सबसे उत्तम माना गया है. दिवाली से पहले इस दिन लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने का विशेष

योग बना हुआ है. लक्ष्मी जी को धन की देवी माना गया है. जीवन में सुख समृद्धि प्रदान करती हैं.

लक्ष्मी जी की कृपा से दरिद्रता दूर होती है. आर्थिक समस्याओं का नाश होता है.

21 अक्टूबर को एकादशी की तिथि रहेगी. एकादशी का व्रत विष्णु जी को समर्पित है.

भगवान विष्णु लक्ष्मीपति हैं. इसलिए इस दिन दोनों की पूजा का उत्तम संयोग बना है.

इस दिन दोपहर 12: 29 मिनट तक मघा नक्षत्र रहेगा, इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र लग जाएगा.

लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए इस दिन लक्ष्मी जी के इस मंत्र का जाप करें-

ऊँ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नम:।

ये मंत्र भी कारगर है- ऊँ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।