लियाकत अली पाकिस्तान के पहले पीएम थे

पाक का पीएम बनने से पहले वह भारत के वित्त मंत्री थे

लियाकत अली ने आजादी और बंटवारे के दौरान हिंदू-मुस्लिम संबंधों को लेकर अहम भूमिका निभाई थी

आजादी से पहले भारतीयों की अंतरिम सरकार बनीं

जिसमें लियाकत अली को वित्त मंत्री बनाया गया

आजादी से पहले कांग्रेस और मुस्लिम लिग की मिली-जुली सरकार थी

लियाकत अली जिन्ना के बाद मुस्लिम लिग के सबसे बड़े नेता थे

इस तरह लियाकत अली ने 2 फरवरी 1946 में देश का बजट पेश किया

1947 में देश के विभाजन के बाद वो पाकिस्तान के पहले पीएम बने

लियाकत अली 1951 में पाक के रावपिंडी में एक सभा को संबोधित कर रहे थे

तभी उनको गोली मार कर उनकी हत्या कर दी गई थी