बिन तुम्हारे कभी नहीं आई... नींद पर बेस्ट शायरी

Published by: एबीपी लाइव
Image Source: Pexels

बिन तुम्हारे कभी नहीं आई
क्या मिरी नींद भी तुम्हारी है

बिन तुम्हारे कभी नहीं आई
क्या मिरी नींद भी तुम्हारी है - जौन एलिया

Image Source: Pexels

आई होगी किसी को हिज्र में मौत
मुझ को तो नींद भी नहीं आती

आई होगी किसी को हिज्र में मौत
मुझ को तो नींद भी नहीं आती - अकबर इलाहाबादी

Image Source: Pexels

इस सफ़र में नींद ऐसी खो गई
हम न सोए रात थक कर सो गई

इस सफ़र में नींद ऐसी खो गई
हम न सोए रात थक कर सो गई - राही मासूम रज़ा

Image Source: Pexels

मौत का एक दिन मुअय्यन है
नींद क्यूँ रात भर नहीं आती

मौत का एक दिन मुअय्यन है
नींद क्यूँ रात भर नहीं आती - मिर्ज़ा ग़ालिब

Image Source: Pexels

ये ज़रूरी है कि आँखों का भरम क़ाएम रहे
नींद रक्खो या न रक्खो ख़्वाब मेयारी रखो

ये ज़रूरी है कि आँखों का भरम क़ाएम रहे
नींद रक्खो या न रक्खो ख़्वाब मेयारी रखो - राहत इंदौरी

Image Source: Pexels

आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा
आज फिर याद कोई चोट पुरानी आई

आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा
आज फिर याद कोई चोट पुरानी आई - इक़बाल अशहर

Image Source: Pexels

ता फिर न इंतिज़ार में नींद आए उम्र भर
आने का अहद कर गए आए जो ख़्वाब में

ता फिर न इंतिज़ार में नींद आए उम्र भर
आने का अहद कर गए आए जो ख़्वाब में - मिर्ज़ा ग़ालिब

भरी रहे अभी आँखों में उस के नाम की नींद
वो ख़्वाब है तो यूँही देखने से गुज़रेगा

भरी रहे अभी आँखों में उस के नाम की नींद
वो ख़्वाब है तो यूँही देखने से गुज़रेगा - ज़फ़र इक़बाल

Image Source: Pexels

अब आओ मिल के सो रहें तकरार हो चुकी
आँखों में नींद भी है बहुत रात कम भी है

अब आओ मिल के सो रहें तकरार हो चुकी
आँखों में नींद भी है बहुत रात कम भी है - निज़ाम रामपुरी

बहुत कुछ तुम से कहना था मगर मैं कह न पाया
लो मेरी डाइरी रख लो मुझे नींद आ रही है

बहुत कुछ तुम से कहना था मगर मैं कह न पाया
लो मेरी डाइरी रख लो मुझे नींद आ रही है - मोहसिन असरार

Image Source: Pexels