कैंसर के इलाज के दौरान बालों का झड़ना आम बात है

इसे मेडिकल भाषा में 'एलोपेसिया' कहा जाता है

यह ज्यादातर कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी के कारण होता है

कीमोथेरेपी सेल्स को टारगेट करती है, जिससे बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं

डाक्टर के अनुसार यह बालों का झड़ना टेम्पररी होता है

रेडिएशन थेरेपी भी कैंसर के इलाज में बालों के झड़ने का कारण बन सकती है

तरह तरह कि दवाओं के कारण बालों के झड़ने की प्रक्रिया अलग-अलग होती है

आमतौर पर यह समस्या इलाज शुरू होने के लगभग तीन सप्ताह बाद नजर आने लगती है

पहले सिर के बाल झड़ते हैं, फिर शरीर के अन्य हिस्सों के

बालों का झड़ना कैंसर इलाज का सामान्य इफ़ेक्ट है, और इलाज खत्म होने के बाद बाल वापस उग सकते हैं