छींक आना बहुत सामान्य सी बात है

जब भी कोई बाहरी चीज नाक के जरिए अंदर जाती है

तब हमें छींक आती है

कई बार हम अपनी छींक को रोक भी लेते हैं

लेकिन क्या छींक रोकना सही है?

आपको बता दें कि छींक को रोकना सही नहीं होता है

छींक को रोकने से नाक और गले की कोशिकाओं पर प्रेशर पड़ता है

जिससे नाक और गले को नुकसान पहुंच सकता है

साथ में दिमाग पर भी इसका बुरा असर पड़ता है

छींक रोकने से कान और आंखों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है.