हनुमान जी ऐसे भगवान हैं, जिनके दर्शन
कलयुग में भी संभव है.


कहा जाता है कि, भगवान राम ने हनुमान को
अमरत्व का वरदान दिया था.


वेदों और शास्त्रों में भगवान हनुमान को कलयुग का
जीवित या जागृत देवता कहा गया है.


लेकिन हनुमान के दर्शन कैसे और कहां संभव है,
आइये जानते हैं.


श्रीमद् भागवत पुराण में उस पर्वत का जिक्र मिलता है,
जहां हनुमान जी वास करते हैं.


कहा जाता है कि, हनुमान जी पृथ्वी पर गंधमादन
पर्वत पर वास करते हैं.


गंधमादन पर्वत कैलाश पर्वत के उत्तर दिशा में स्थित है,
जो तिब्बत में आता है.


मान्यता है कि, कई साधु-संतों ने इस पर्वत पर तपस्या कर
हनुमान जी के दर्शन किए.