भोपाल से 32 किमी की दूरी पर पहाड़ी पर एक बहुत बड़ा अधूरा शिव मंदिर है

ये भोजपुर शिव मंदिर के नाम से जाना जाता है

इस मंदिर का निर्माण परमार वंश के प्रसिद्ध राजा भोज द्वारा किया गया था

ये मंदिर प्रकृति के बीच बना हुआ है

जहां से बेतवा नदी गुजरती है, उसी से सटे इस मंदिर का निर्माण किया गया है

ये एक एकलौता शिवलिंग है जो एक है पत्थर से बना हुआ है

इस मंदिर के छत पर बना अधूरा गुंबद के कारण ही पता चलता है की इसका कार्य आज भी अधूरा है

इस मंदिर में भगवान शिव के पूजा अर्चना करने का तरीका भी एकदम अलग है

शिवलिंग के बड़े होने की वजह से यहां अभिषेक हमेशा जलहरी पर चढ़कर ही किया जाता है

कुछ समय पहले श्रद्धालु भी जलहरी तक पूजा कर सकते थे, लेकिन अब पुजारी ही वहां तक जा सकते हैं.