मध्यप्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो का बहुत पुराना इतिहास है

यह विश्व धरोहर में शामिल है

यहां वास्तुकला की बेमिसाल कलाकारी देखने को मिलती है

जिसे देखने के लिए हर साल हजारों देशी-विदेशी पर्यटक यहां आते हैं

चंदेल राजाओं ने यहां जो कामुक प्रतिमाएं मंदिरों में बनवाई थीं, उनका रहस्य आज भी दफन है

हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर मंदिरों में रतिक्रीड़ा, आध्यात्म, नृत्य मुद्राओं और प्रेम रस की प्रतिमाओं को क्यों बनाया गया?

आइए जानते हैं इसके बारे में

चंदेल वंश के राजाओं के शासनकाल में खजुराहो में तांत्रिक समुदाय की उपासनामार्गी शाखा का अत्याधिक बोलबाला हुआ करता था

इस समुदाय के लोग योग और भोग दोनों को ही मोक्ष का साधन माना करते थे

खजुराहो के मंदिरों में बनीं ये मूर्तियां उनके क्रिया-कलापों की ही देन हैं.