ग्वालियर किला मध्य प्रदेश में स्थित है जिसका निर्माण 8वीं सदी में राजा सौर्यसेन ने कराया था

यह किला लाल बलुए पत्थर से बना है और देश के सबसे बड़े किलों में से एक है

ग्वालियर किला लगभग तीन वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और इसकी ऊंचाई 35 फीट है

पहले इस किले पर राजपूत राजाओं का शासन था लेकिन बाद में 989 सालों तक पाल वंश ने इस पर राज किया

1023 ई. में मोहम्मद गजनी ने ग्वालियर किले पर आक्रमण किया लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा

यह किला ग्वालियर शहर के गोपालचंल पहाड़ी पर स्थित है जो अपनी ऐतिहासिक महत्वता के लिए प्रसिद्ध है

पहाड़ियों पर स्थित होने के कारण इसे गोपाचाल, गोपागिरी, गोपालीकेरा और गोपाद्रिप जैसे नामों से जाना जाता था

ग्वालियर किला रानी लक्ष्मीबाई के संघर्ष और बलिदान का गवाह भी रहा है

अकबर के समय में इस किले को जेल के रूप में भी इस्तेमाल किया गया था जहां कई शाही लोगों को बंदी बनाकर रखा गया

ग्वालियर किला मध्य प्रदेश का एक प्रमुख ऐतिहासिक धरोहर है जिसे भारतीय किलों का गहना माना जाता है