महिर्ष वेदव्यास विद्वान और तपस्वी थे

शुरूआत में वेद एक ही था

ऋषि व्यास ने इसका अध्ययन किया

फिर मंत्रों के आधार पर इनका वर्गीकृत किया

वेद को 4 भागों में बांटा गया

ये हुए ऋृग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद और अथर्वेद

व्यास ने वेदों को एक नया स्वरुप दिया था

इसलिए इनको वेदव्यास कहा जाता है

इन्होंने महाभारत और आठारह पुराण भी लिखे हैं

महाभारत को पांचवा वेद कहा जाता है