महाराणा प्रताप मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा थे इनका जन्म 9 मई 1540 को हुआ था महाराणा प्रताप के घोड़े का नाम चेतक था कहा जाता है कि चेतक बहुत बहादुर था वह हमेशा महाराणा का साथ देता था हल्दीघाटी युद्ध में चेतक का योगदान काफी अहम है एक बार, मुगल सेना महाराणा प्रताप के पीछे लगी थी चेतक महाराणा प्रताप की जान बचाने के लिए 26 फीट का नाला लांघ गया था हल्दीघाटी युद्ध के दौरान चेतक घायल हो गया था इसके बाद उसकी मौत हो गई थी आज भी चेतक का मंदिर वहां बना है