प्रबलगढ़ किला महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित है और यह भारत के सबसे ऊंचे और खतरनाक किलों में गिना जाता है

किला माथेरान और पनवेल के बीच स्थित है और इसकी संरचना और ऊंचाई आकर्षक होने के कारण फोटो खींचने वाले पर्यटकों को आकर्षित करती है

किले का निर्माण बहमनी सल्तनत ने पनवेल और कल्याण किलों पर नजर रखने के लिए किया था

1458 AD में अहमदनगर सल्तनत की हार के बाद यह किला उनसे छीन लिया गया

पहले इस किले का नाम मुरंजन किला था , लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज के राज में इसका नाम बदलकर कलावंती किला रखा गया

किले को देखने के लिए न केवल भारत से बल्कि दुनियाभर से लोग आते हैं

यहां बारिश के मौसम में यात्रा करना खतरनाक होता है क्योंकि रास्ते फिसलन भरे होते हैं

8. सूर्यास्त से पहले सैलानी किले से लौट जाते हैं, क्योंकि शाम को किले से वापस आना बहुत मुश्किल होता है

किले में न तो पानी की व्यवस्था है और न ही बिजली इसलिए लोग शाम से पहले किला छोड़ देते हैं

किले के रास्ते बेहद खतरनाक हैं, जहां न रेलिंग है और न रस्सी, और छोटी सी गलती से जान जा सकती है