सांगली जिले का एक छोटा सा गांव गोटखिंडी हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल स्थापित करता है



इस गांव में पिछले 44 सालों से मस्जिद में गणेश भगवान की स्थापना की जाती है



2009 में सांगली जिले में हिंदू मुस्लिम दंगा हो गया था



उस समय दोनों समुदायों में बड़ी फूट पड़ गई थी



गोटखिंडी गांव में ऐसी झड़प की स्थिति में भी हिंदू-मुस्लिम एकता बरकरार रही



गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक दो बार मुहर्रम और बकरीद के त्योहार एक साथ आए



फिर भी मुस्लिम समुदाय ने अनंत चतुर्दशी के बाद बिना कुर्बानी दिए यह त्योहार मनाया



ये दोनों समुदाय गुन्या गोविंदा के साथ सद्भाव से रहते हैं



यह बेहद प्रशंसनीय है कि इस गांव में दोनों समुदाय के लोग इस तरह का सौहार्द बनाए हुए हैं