महाशिवरात्रि पर आज शनि प्रदोष व्रत का संयोग बना है. शनि को प्रसन्न करने के लिए शिव पूजा सबसे उत्तम मानी गई है.

शनि के दुष्प्रभाव से नौकरी में परेशानी है तो महाशिवरात्रि पर प्रदोष काल में घी का दीपक लगाकर ऊं नम: शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें.

शनि दोष के कारण संतान सुख नहीं मिल रहा तो आज निशिता काल मुहूर्त में घी से शिवलिंग का अभिषेक करना सबसे उत्तम होगा.

पीपल वृक्ष पर जल अर्पित करें और पांच तरह के मिषठान का भोग लगाएं. इससे साढ़े साती और ढैय्या के अशुभ प्रभा‌व में कमी आती है.

शनि दोष के कारण वैवाहिक जीवन में अशांति है तो महाशिवरात्रि पर गुलाब में इत्र लगाकर शिवलिंग पर चढ़ाए. दांपत्य जीवन सुखमय होगा.

शमी पत्र शिव-शनि का प्रिय है. महाशिवरात्रि पर शिव पूजा में शमी पत्र चढ़ाएं इसके बाद ये पत्तियां अपने पर्स में रख लें, धन की कमी नहीं होगी.

शिवरात्रि के दिन महादेव को एक बेलपत्र चढ़ाकर शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ करें. इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं.

कहते हैं शिवरात्रि के दिन भस्म का शिव महिम्नस्तोत्र का पाठ जीवन में तरक्की के रास्ता खोलता है.

महाशिवरात्रि के दिन काले कंबल, उड़द दाल, काले तिल सरसों का तेल का दान करें. ये उपाय शनि पीड़ा से मुक्ति दिलाएगा

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।। शिवरात्रि के दिन भोलेनाथ के गायत्री मंत्र का जाप दरिद्रता दूर करता है

शिवरात्रि पर निशिता काल मुहूर्त 19 फरवरी प्रात: 12.09 से प्रात: 01.00 बजे तक है. इसमें शिव पूजा शुभफलदायी होगी