अघोरियों की दुनिया बेहद रहस्‍यमयी होती है.



वे साधुओं से बेहद अलग जीवन जीते हैं.



लेकिन क्या महिलाएं भी होती हैं अघोरी? आइए जानते हैं.



पुरुष की तरह महिलाएं भी अघोरी होती हैं.



अघोर पंथ का हिस्‍सा बनने के लिए महिलाओं को कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है.



10 से 15 साल के कठिन परिश्रम के बाद



जब गुरु को लगे कि महिला शिष्‍य अघोरी बनने के योग्‍य है, तब दीक्षा मिलती है.



दीक्षा लेने से पहले महिला को जीते जी अपना पिंडदान करना पड़ता है.



महिला अघोरी को अपने बाल मुंडवाने पड़ते हैं.



ताकि यह सिद्ध हो सके कि उसे शारीरिक रंग-रूप से फर्क नहीं पड़ता है.