जब मिल्खा सिंह बने 'फ्लाइंग सिख'

20 नवम्बर 1929 को सिख परिवार में जन्म

विभाजन के दंगों में मां-बाप और भाई-बहन को खोया

चार बार कोशिश करने के बाद 1951 में सेना में भर्ती हुए.

1960 के रोम ओलिंपिक में पदक से चूके.

पाकिस्तान जाकर एथलेटिक्स में अब्दुल खालिक को हराया.

इसी दौरान तब पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने 'फ्लाइंग सिख' का नाम दिया.

अयूब खान ने कहा- ‘आज तुम दौड़े नहीं उड़े हो.’

टोक्यो एशियन गेम्स में 200 और 400 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल जीते.

जकार्ता एशियाई खेलों में 400 मीटर और चार गुना 400 मीटर रिले दौड़ में गोल्ड मेडल जीता.

भारत के चौथे सर्वोच्च सम्मान पद्मश्री से सम्मानित.

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