आकाश गंगा में करोड़ों तारे हैं मौजूद



मिल्की-वे आकाश गंगा ही है जिसका हिस्सा हमारा सौर मंडल है



क्या आपको पता है गैलेक्सी में सफेद पट्टी जैसा कुछ दिखाई देता है



धरती से इसे देखने के बाद इसका नाम रखा गया मिल्की-वे



इस मिल्की-वे को सिर्फ टेलीस्कोप से देखा जा सकता है



प्राचीन रोमन लोग इसे 'दूध से बनी सड़क' कहते थे



1920 में रिसर्च में पाया गया आकाश गंगाओं में से एक है मिल्की-वे



मिल्की-वे का डाइमीटर करीब 1 लाख प्रकाश वर्ष है



एक प्रकाश वर्ष लगभग 95 खरब किलोमीटर के बराबर होता है



मिल्की-वे के केंद्र में एक विशाल ब्लैक होल भी है, जो 2600 प्रकाश वर्ष दूर