Foldable Smartphones में उपयोग होने वाली AMOLED या फोल्डेबल डिस्प्ले तकनीक को विकसित करना और प्रोडक्शन करना महंगा होता है.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
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फोल्डेबल स्मार्टफोन्स में टिकाऊपन के लिए स्पेशल मटेरियल्स, जैसे फ्लेक्सिबल ग्लास और पॉलिमर का उपयोग किया जाता है, जो महंगे होते हैं.

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इन फोन का डिजाइन और निर्माण जटिल होता है, जिसमें फ्लेक्सिबल डिस्प्ले और टिकाऊ हिंग सिस्टम शामिल होते हैं.

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फोल्डेबल स्मार्टफोन्स में हिंग सिस्टम मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए एडवांस्ड इंजीनियरिंग की जरूरत होती है.

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फोल्डेबल स्मार्टफोन्स की मांग कम होने के कारण इन्हें सीमित संख्या में बनाया जाता है, जिससे प्रोडक्शन लागत बढ़ जाती है.

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फोल्डेबल टेक्नोलॉजी को विकसित करने और परफेक्ट करने में काफी रिसर्च और डेवलपमेंट का खर्च होता है.

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इन स्मार्टफोन्स में हाई-एंड प्रोसेसर, ज्यादा रैम, स्टोरेज, और बेहतरीन कैमरा जैसी प्रीमियम सुविधाएं होती हैं.

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फोल्डेबल स्मार्टफोन्स को ज्यादा फोल्डिंग और अनफोल्डिंग के लिए टेस्ट किया जाता है, जिससे प्रोडक्शन लागत बढ़ती है.

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बाजार में फोल्डेबल स्मार्टफोन्स के बहुत कम निर्माता होने से कीमतें ज्यादा रखी जाती हैं.

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फोल्डेबल स्मार्टफोन्स को एक प्रीमियम कैटेगरी में रखा जाता है, जिससे ब्रांड अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए कीमतें ऊंची रखता है.

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