चंद्रमा को ज्योतिष में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है.



सभी ग्रहों में सबसे अधिक गति से चलने वाला चंद्रमा मन का प्रतिनिधित्व करता है.



चंद्र माता, मन, मस्तिष्क, बुद्धिमता, स्वभाव, जननेद्रियों, प्रजनन संबंधी रोगों का कारक है.



इसके अलावा चंद्र व्यक्ति की भावनाओं पर नियंत्रण रखता है. वह जल तत्व ग्रह है.



सभी तरल पदार्थ चंद्र के प्रभाव क्षेत्र में आती है. चंद्रमा के मित्र ग्रह सूर्य और बुध है.



चंद्रमा की किसी भी ग्रह से दुश्मनी नहीं है. चंद्रमा कर्क राशि के स्वामी हैं.



वहीं चंद्र वृषभ राशि में उच्च स्थान प्राप्त करता है.



चंद्र वृश्चिक राशि में होने पर नीच राशि में होते हैं.



चंद्र का भाग्य रत्न मोती है. चंद्रमा मंगल, गुरु, शुक्र व शनि से सम संबंध रखते हैं.



कुंडली में चंद्रमा की स्थिति को बहुत अधिक ध्यान से पढ़ा जाता है.