भारत का मून मिशन चंद्रयान-3 रचने जा रहा इतिहास



रिपोर्ट्स के अनुसार, डार्क ग्रे कलर की है चांद की मिट्टी



गनपाउडर जैसी होती है चांद की मिट्टी की गंध



कई अंतरिक्ष यात्रियों ने मिट्टी को सूंघकर और चखकर बताया है इसका स्वाद



अपोलो 16 के अंतरिक्ष यात्री चार्ली ड्यूक के मुताबिक, मिट्ठी की गंध और स्वाद बारूद की तरह है



ड्यूक के अनुसार नरम बर्फ की तरह महसूस होती है चांद की जमीन



पृथ्वी से 3.84 लाख किमी दूर है चंद्रमा



अर्थ का एकमात्र नेचुरल सैटेलाइट है चन्द्रमा



चांद पर जो मार्क बनते हैं वो रहते हैं हमेशा के लिए



हवा या पानी नहीं होने की वजह से चांद की मिट्टी पर नहीं होता है कुछ बदलाव