सफलता उन्ही लोगों को मिलती है जो प्रत्येक कार्य को गंभीरता और पूरे परिश्रम से करते हैं.

जो लोग अपने कार्यों को समय पर और पूरे अनुशासन के साथ करते हैं उन्हें जीवन में सफलता अवश्य मिलती है.

लक्ष्मी जी को धन की देवी माना गया है. वाणी में मधुरता और स्वभाव में विनम्रता व्यक्ति को सफलता और समृद्धि दोनों दिलाती है.

क्रोध करने वालों को लक्ष्मी जी का आशीर्वाद कभी नहीं मिलता है, ऐसे लोग सफलता के लिए संघर्ष करते हैं.

योजना बनाकर कार्य करने से सफलता अवश्य ही मिलती है, ऐसे लोग सम्मान भी प्राप्त करते हैं.

अपनी शक्ति और पद का कभी गलत प्रयोग नहीं करना चाहिए, आगे चल कर ऐसे लोगों को कष्ट उठाना पड़ता है.

धन आने पर अहंकार से दूर रहना चाहिए. अहंकार सभी प्रकार के गुणों को नष्ट कर देता है.

धन का व्यय बहुत सोच समझ कर करना चाहिए, जो लोग बिना विचार के धन काे खर्च करते हैं वे दुख भोगते हैं.

चाणक्य नीति कहती है कि धन की सदैव बचत करनी चाहिए. धन बुरे वक्त में सच्चे मित्र की भूमिका निभाता है.

लोक कल्याण की भावना से किया गया कार्य अवश्य सार्थक होता है, निंदा रस से दूर रहकर सभी से प्रेम करना चाहिए.