मुरारी बापू एक भारतीय आध्यात्मिक नेता और राम कथा वाचक हैं. वह रामचरितमानस के प्रतिपादक हैं और पिछले 60 सालों में 900 से ज़्यादा कथाएँ पढ़ चुके हैं. मुरारी बापू भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में रामकथा सुनाने जाते हैं. आइए जानते हैं मुरारी बापू के अनमोल वचन- जिसके साथ साधु है, उसे स्वर्ग की क्या जरूरत है. असफल होना गुनाह नहीं है बल्कि सफलता के लिए उत्साह न होना गुनाह है. हमारे अन्दर के लोह तत्व को मजबूत रखने के लिए तीन चीजे दी गयी हैं संयम, तप और श्रम. यदि हम थोड़ा प्रयास करें तो इस भाग-दौड़ भरे जीवन को ही साधना बना सकते हैं.