बाबर ने साल 1526 में मुगल शासन की स्थापना की थी

अकबर भारत के तीसरे मुगल सम्राट थे

अकबर ने अपने दरबार में 9 विद्वानों को नियुक्त किया था

इसमें बीरबल मुगल बादशाह के दरबार में प्रमुख वज़ीर थे

क्या आप जानते हैं उन्हें इस काम की कितनी वेतन मिलती थी?

अबुल फजल की किताब आइन-ए-अकबरी में इसका जिक्र है

इसके मुताबिक, 1595 में बादशाह की कुल आमदनी 9 करोड़ चांदी के रुपये थी

शाही परिवार का पूरे साल का खर्च 77 लाख रुपये था

बीरबल का वेतन करीब साढ़े 16 हज़ार रुपये महीना था

सेना के सबसे छोटे सिपाहियों का वेतन करीब 400 रुपये महीना था