मुगल बादशाह अकबर को बेहतरीन शासक कहा जाता है

उनके राज में कई कल्याणकारी नीतियां थी

उन्होंने अपने दरबार में नौ विद्वानों को भी नियुक्त किया था

अकबर के नवरत्नो में से एक थे अबुल फ़ज़ल

इन्होंने अकबर के जीवन पर रचनाएं लिखी थी

इनकी रचना में तानसेन का भी ज़िक्र है

वो लिखते हैं कि तानसेन जैसा संगीतज्ञ पिछले एक हज़ार साल में भारत में नहीं पैदा हुआ था

तानसेन शाही दरबार में रचनाएं सुनाया करते थे

पहली बार शाही दरबार में रचना सुनने पर अकबर ने उन्हें दो लाख रुपयों का इनाम दिया था