मुगल शासकों के दौर में क्या थे निकाहनामे के नियम?



बीबीसी के अनुसार, मुगलों के निकाहनामे मे चार नियमों का किया गया जिक्र



पहला नियम ये था कि मौजूदा बीवी के रहते शौहर दूसरी शादी नहीं करेगा



दूसरा नियम था कि पति बीवी को नहीं पीटेगा



तीसरे नियम था- पति अपनी बीवी से लंबे समय तक दूर नहीं रहेगा



अगर पति पत्नी से दूर रहता है तो इस दौरान उसे बीवी के गुजर बसर का इंतज़ाम करना होगा



चौथा नियम था- शौहर को पत्नी के रूप में किसी दासी को रखने का अधिकार नहीं



पहली तीन शर्तों के टूटने की स्थिति में शादी को खत्म घोषित किया जा सकता था



चौथी शर्त का अधिकार पत्नी के पास होता था कि वो या तो 'दासी आजाद' कर दे या उसे 'बेच दे'



ये चार नियम या शर्तें अकबर के समय से लेकर औरंगज़ेब के जमाने तक थे