शाहजहां से मुमताज महल बोलीं- जनाब ये कीमती हीरा है, इसकी कीमत 10 हजार



शाहजहां की सबसे प्रिय बेगम थी मुमताज महल



मुमताज महल की मौत के बाद शाहजहां ने मुगल साम्राज्य से बना ली थी दूरी



दुकान में सामान बेचते हुए शाहजहां ने पहली बार मुमताज को देखा था



नए साल पर मीना बाजार में महिलाएं गरीबों की मदद के लिए बेच रही थी सामान



मुमताज महल भी एक दुकान लगाकर बेच रहीं थी कीमती पत्थर और रेशम



तभी पहली बार में देखते ही मुमताज महल को दिल दे बैठे थे शाहजहां



मुमताज महल की आवाज सुनने के लिए शाहजहां ने पूछा ये पत्थर कैसा है?



जवाब में मुमताज ने कहा- जनाब, ये कीमती हीरा है, कीमत 10 हजार है