कौन थीं चांद बीबी, जिन्होंने अकबर की सेना को हराया



साल 1579 में बीजापुर के शासक आदिल शाह की हत्या कर दी गई



बीजापुर के शासक की मौत के बाद सारी जिम्मेदारी उसकी पत्नी चांद बीबी के कंधों पर आ गई



इस समय चांद बीबी की उम्र केवल 29 साल थी और इन्होंने 8 साल के भतीजे को गद्दी पर बैठाया



साल 1560 में अकबर बहुत तेजी के साथ अपने राज्य का विस्तार कर रहा था



अकबर की नजर दक्कन पर काफी समय से थी और उसे यहां अहमदनगर से घुसने का मौका मिला



अहमदनगर के सरदार चांद बीबी के पास पहुंच गए और मदद की गुहार लगाई



चांद बीबी ने अपनी सूझ-बूझ के चलते रणनीति बनाई और मुगल सेना पर भारी पड़ गई



बाद में मुगल सेना ने चांद बीबी के सामने शांति संधि का प्रस्ताव रखा



पहले तो चांद बीबी नहीं मानी, लेकिन बाद में उन्होंने मुगलों का ये प्रस्ताव मान लिया