जब महाराणा प्रताप ने घास की रोटियां खाकर गुजारा वक्त



साल 1576 में महाराणा प्रताप और अकबर की सेनाओं के बीच हल्दी घाटी का युद्ध हुआ



महाराणा प्रताप ने मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की और मुश्किलों में अपना वक्त गुजारा



एक समय ऐसा आया जब महाराणा प्रताप ने घास-फूस की रोटी खाकर अपना जीवन गुजारा



19 जनवरी, 1597 में महाराणा प्रताप की मृत्यु हो गई, लेकिन अकबर के सामने घुटने नहीं टेके



मुगल सम्राट अकबर भी महाराणा प्रताप की वीरता से बहुत प्रभावित थे



अकबर महाराणा प्रताप को प्रलोभन देकर अपने अधीन लाना चाहता था



महाराणा प्रताप को ये अधीनता मंजूर नहीं थी, उन्हें हमेशा अपनी स्वतंत्रता प्यारी थी



महाराणा प्रताप ने बहुत बहादुरी के साथ हल्दी घाटी का युद्ध लड़ा था



कहा जाता है कि महाराणा प्रताप की मृत्यु पर अकबर की आंखें भी नम हो गई थीं