औरंगजेब के चंगुल से किस तरह बचकर निकले शिवाजी?



9 मई 1666 को छत्रपति शिवाजी औरंगजेब से मिलने के लिए आगरा के दरबार पहुंचे



औरंगजेब के दरबार में शिवाजी के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया



छत्रपति शिवाजी ने इस दुर्व्यवहार का विरोध किया



औरंगजेब ने शिवाजी और उनके बेटे संभाजी को कैद कर लिया



कुछ दिनों बाद शिवाजी ने बहाना किया कि वो बीमार हो गए हैं



शिवाजी ने मुगल पहरेदारों को पैगाम पहुंचाया कि उनके आराम में कोई व्यवधान न डाला जाए



शिवाजी की जगह उनके सौतेले भाई कंबल ओढकर लेट गए



वहीं दूसरी ओर शिवाजी और उनके बेटे संभाजी फलों की टोकरी में छिप गए



आखिरकार फलों की टोकरी से बाहर निकलने के बाद दोनों भागने में सफल रहे