तैमूर लंग का नाम सबसे क्रूर मुगल शासकों में शामिल है
वह उज्बेकिस्तान के समरकंद शहर से हिंदुस्तान आया था
समरकंद शहर दिल्ली से लगभग 1,000 मील दूर दक्षिण-पूर्व की तरफ स्थित है
उस वक्त दिल्ली तक पहुंचने का रास्ता बहुत मुश्किल था क्योंकि वह रास्ता हिंदुकुश की पहाड़ियों पर से गुजरता था
इतना ही नहीं रास्ते के बीच में कई नदियां, पथरीले रास्ते और रेगिस्तान मिलते थे जो रास्ते को और भी मुश्किल बना देते थे
तैमूर लंग ने दिल्ली पर हमला करने के लिए 90,000 सैनिक तैयार किए थे, जिन्हें इस रास्ते से पार करवाना मुश्किल था
तैमूर लंग शुरुआत से ही भारतीय सेना पर हावी था और लड़ाई के बाद एक विजेता की तरह वह दिल्ली में घुसा था
साल 1338 में फिरोज शाह की मृत्यु के बाद पूरा भारत इलाकों में बंट चुका था और दिल्ली की ताकत लगभग खत्म हो चुकी थी
दिल्ली में हक जमाने के बाद तैमूर के सैनिकों ने तहलका मचा दिया था और महिलाओं के साथ बदसलूकी शुरू कर दी
अपनी महिलाओं की बेईज्जती देखकर हिंदुओं ने हमला किया तो बदले में तैमूर के सैनिकों ने चुन-चुनकर दिल्लीवासियों को मार डाला और उनके सिरों को काटकर मीनार बना दी